छोटी-छोटी कुछ बेहतरीन बातें- Some of the best things
इस दुनिया में बहुत तरह के लोग होते हैं। कुछ तो बहुत ही स्वार्थी होते हैं जो सिर्फ अपना काम निकालते हैं और आपसे टाटा, बाय-बाय कह देते हैं, जबकि कुछ ऐसे होते हैं जो निस्वार्थ भाव से आपके साथ ही रहते हैं और आपसे कोई काम न होने पर भी आप का ध्यान रखते हैं। How To Care Our Relations
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कुछ अच्छे लोगों की वजह से ही यह दुनिया इतनी खूबसूरत है। अच्छा व्यक्ति बनने के लिए बहुत सारी खूबियों का होना जरूरी नहीं है। छोटी-छोटी कुछ ऐसी बातें हैं जिन्हें यदि हम अपने जीवन में अपना सके तो ना सिर्फ हमारा जीवन बेहतरीन हो जाएगा बल्कि औरों के जीवन के लिए भी हम प्रेरणा बन जाएंगे। एक छोटी सी कहानी के माध्यम से आज हम एक ऐसा ही गुण देखेंगे।
एक गांव में एक धोबी रहता था। उसके पास एक गधा था जो कि उसका बहुत ही वफादार था और उसके लिए बहुत काम करता था। ऐसा करते करते बहुत साल बीत गए। अब वह गधा और धोबी दोनों की उम्र ज्यादा हो गई थी। अब धोबी से ज्यादा काम नहीं बनता था। यही वजह थी कि उसे समझ में आ गया था कि अब गधे से भी ज्यादा काम नहीं हो सकेगा।
वह धोबी एक अच्छा स्वामी था। वह चाहता तो उस गधे को अब कहीं छोड़ सकता था, उससे पीछा छुड़ा सकता था। क्योंकि अब वह काम नहीं कर पाता था। वह अशक्त हो चुका था। लेकिन उस धोबी ने उसे अपने घर के पास ही एक झोपड़ी बनाकर उसमें रखना शुरू कर दिया। वह सुबह शाम उसके लिए चारा डालता था और पानी भी रखता था। धोबी ने उस गधे के गले में एक घंटी भी टांग दी थी ताकि वह जब भी जरूरत हो गर्दन हिला कर उसे बता सके। How To Care Our Relations
जब लोगों ने उस धोबी को अशक्त गधे की सेवा करते हुए देखा तो उसे समझाया कि अब तुम्हें इसे बेवजह नहीं पालना चाहिए जबकि यह तुम्हारा कोई काम नहीं कर सकता है। तुम्हें इसे जंगल में छोड़ देना चाहिए। लेकिन धोबी ने उन्हें कहा कि इस गधे ने मेरा जीवन भर साथ दिया है। लेकिन अब, जब यह मेरा काम नहीं कर सकता है तो मैं स्वार्थी बन कर इसे कहीं छोड़ नहीं सकता। यह जब तक है मैं इसका ध्यान रखता रहूंगा। How To Care Our Relations नासमझ साधु की कहानी How to Trace Opportunity
इस कहानी में जैसे धोबी अपने गधे का ध्यान रखता है बस उसी तरह से भगवान भी हमारा ध्यान रखते हैं, हम चाहे भगवान को याद करें या ना करें। हमें यह भी सीखना चाहिए कि हमारे संबंधों का आधार स्वार्थ नहीं हो। यदि हमारे संबंधों का आधार स्वार्थ होगा तो वह रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं चलेगा। भले ही कम रिश्ते रखो, किंतु उन रिश्तों को निभाते रहिए। यदि आप बगैर किसी स्वार्थ के किसी की सेवा करेंगे तो प्रकृति आपको जरूरत पड़ने पर बहुत सारा उपहार लौटाएगी। How To Care Our Relations
यदि आपके पास हिंदी/इंग्लिश में कोई Article, Business Idea, Inspirational Story या जानकारी है जो आप दुनिया के साथ Share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ हमें इस नंबर 9753978693 पर व्हाट्सएप करें। How To Save Money and Invest पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ badisuccess.com पर पब्लिश करेंगे। मेरा ब्लॉग पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। How To Care Our Relations
I am Subhash joshi. हर एक पोस्ट के पीछे मेरा सबसे बड़ा मोटिव होता है अपने Readers की life में value add करना। मैंने badisuccess.com/ kyon shuru kiya ?
किसी ने कहा है कि यदि खुद को बड़ा बनाना है, तो औरों को बड़ा बनाना शुरू करो। यदि खुद को मदद चाहिए तो औरों की मदद करना शुरू करो और बस यही आधार बना badisuccess.com/ को शुरू करने का। MY CONTACT NO. 9753978693
छोटी-छोटी कुछ बेहतरीन बातें- Some of the best things
इस दुनिया में बहुत तरह के लोग होते हैं। कुछ तो बहुत ही स्वार्थी होते हैं जो सिर्फ अपना काम निकालते हैं और आपसे टाटा, बाय-बाय कह देते हैं, जबकि कुछ ऐसे होते हैं जो निस्वार्थ भाव से आपके साथ ही रहते हैं और आपसे कोई काम न होने पर भी आप का ध्यान रखते हैं। How To Care Our Relations
कुछ अच्छे लोगों की वजह से ही यह दुनिया इतनी खूबसूरत है। अच्छा व्यक्ति बनने के लिए बहुत सारी खूबियों का होना जरूरी नहीं है। छोटी-छोटी कुछ ऐसी बातें हैं जिन्हें यदि हम अपने जीवन में अपना सके तो ना सिर्फ हमारा जीवन बेहतरीन हो जाएगा बल्कि औरों के जीवन के लिए भी हम प्रेरणा बन जाएंगे। एक छोटी सी कहानी के माध्यम से आज हम एक ऐसा ही गुण देखेंगे।
एक गांव में एक धोबी रहता था। उसके पास एक गधा था जो कि उसका बहुत ही वफादार था और उसके लिए बहुत काम करता था। ऐसा करते करते बहुत साल बीत गए। अब वह गधा और धोबी दोनों की उम्र ज्यादा हो गई थी। अब धोबी से ज्यादा काम नहीं बनता था। यही वजह थी कि उसे समझ में आ गया था कि अब गधे से भी ज्यादा काम नहीं हो सकेगा।
वह धोबी एक अच्छा स्वामी था। वह चाहता तो उस गधे को अब कहीं छोड़ सकता था, उससे पीछा छुड़ा सकता था। क्योंकि अब वह काम नहीं कर पाता था। वह अशक्त हो चुका था। लेकिन उस धोबी ने उसे अपने घर के पास ही एक झोपड़ी बनाकर उसमें रखना शुरू कर दिया। वह सुबह शाम उसके लिए चारा डालता था और पानी भी रखता था। धोबी ने उस गधे के गले में एक घंटी भी टांग दी थी ताकि वह जब भी जरूरत हो गर्दन हिला कर उसे बता सके। How To Care Our Relations
राजा और तोते की कहानी How To Choose Our Friends
जब लोगों ने उस धोबी को अशक्त गधे की सेवा करते हुए देखा तो उसे समझाया कि अब तुम्हें इसे बेवजह नहीं पालना चाहिए जबकि यह तुम्हारा कोई काम नहीं कर सकता है। तुम्हें इसे जंगल में छोड़ देना चाहिए। लेकिन धोबी ने उन्हें कहा कि इस गधे ने मेरा जीवन भर साथ दिया है। लेकिन अब, जब यह मेरा काम नहीं कर सकता है तो मैं स्वार्थी बन कर इसे कहीं छोड़ नहीं सकता। यह जब तक है मैं इसका ध्यान रखता रहूंगा। How To Care Our Relations नासमझ साधु की कहानी How to Trace Opportunity
इस कहानी में जैसे धोबी अपने गधे का ध्यान रखता है बस उसी तरह से भगवान भी हमारा ध्यान रखते हैं, हम चाहे भगवान को याद करें या ना करें। हमें यह भी सीखना चाहिए कि हमारे संबंधों का आधार स्वार्थ नहीं हो। यदि हमारे संबंधों का आधार स्वार्थ होगा तो वह रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं चलेगा। भले ही कम रिश्ते रखो, किंतु उन रिश्तों को निभाते रहिए। यदि आप बगैर किसी स्वार्थ के किसी की सेवा करेंगे तो प्रकृति आपको जरूरत पड़ने पर बहुत सारा उपहार लौटाएगी। How To Care Our Relations
यदि आपके पास हिंदी/इंग्लिश में कोई Article, Business Idea, Inspirational Story या जानकारी है जो आप दुनिया के साथ Share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ हमें इस नंबर 9753978693 पर व्हाट्सएप करें। How To Save Money and Invest पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ badisuccess.com पर पब्लिश करेंगे। मेरा ब्लॉग पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। How To Care Our Relations
subhash
I am Subhash joshi. हर एक पोस्ट के पीछे मेरा सबसे बड़ा मोटिव होता है अपने Readers की life में value add करना। मैंने badisuccess.com/ kyon shuru kiya ? किसी ने कहा है कि यदि खुद को बड़ा बनाना है, तो औरों को बड़ा बनाना शुरू करो। यदि खुद को मदद चाहिए तो औरों की मदद करना शुरू करो और बस यही आधार बना badisuccess.com/ को शुरू करने का। MY CONTACT NO. 9753978693