भारत की रक्षा के लिए सेना का गठन किया जाता है, जिसका सर्वोच्च सेनापति भारत का राष्ट्रपति होता है, किंतु रक्षा संबंधी सारा कार्य केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा किया जाता है। रक्षा मंत्री सशस्त्र सेनाओं के प्रशासन का कार्य करता है। भारत की प्रतिरक्षा India’s Defense
भारतीय सशस्त्र सेनाओं को निम्नलिखित तीन भागों में बांटा गया है-
01. थल सेना (Army)- इसका प्रधान चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ होता है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। इसे सात कमांड में बांटा गया है, जिसका विवरण निम्न है-
पश्चिमी कमांड- चंडी मंदिर
उत्तरी कमांड – उधमपुर
मध्य कमांड – लखनऊ
पूर्वी कमांड – कोलकाता
दक्षिणी कमांड – पुणे
दक्षिण पश्चिम कमांड – जयपुर
ट्रेंनिंग कमांड – शिमला
प्रत्येक कमांड जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ के अधीन होती है।
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02. जल सेना (Navy)- इसका प्रधान एडमिरल रैंक का चीफ ऑफ द नेवल स्टाफ होता है। इसका मुख्यालय दिल्ली में है। समस्त जल सेना को तीन कमांड में बांटा गया है। इसका अधिकारी एक वाइस एडमिरल होता है।
प्रत्येक कमांड का विवरण निम्न है-
पूर्वी कमांड – विशाखापट्टनम
पश्चिमी कमांड -मुंबई
दक्षिणी कमांड – कोच्चि
03. वायु सेना (Air Force)- इसका प्रधान एयर चीफ मार्शल रैंक का होता है जिसे चीफ आफ एयर स्टाफ कहा जाता है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। वायु सेना को 7 कमांड में बांटा गया है। जिसका विवरण निम्न है-
पूर्वी कमांड – शिलांग
केंद्रीय कमांड – इलाहाबाद
दक्षिण पश्चिम कमांड – गांधीनगर
मेंटेनेंस कमांड – नागपुर
पश्चिमी कमांड – नई दिल्ली
दक्षिणी कमांड – तिरुअनंतपुरम
ट्रेनिंग कमांड – बंगलुरु
भारत की प्रतिरक्षा India’s Defense
कमीशंड ऑफिसरों की पद श्रेणियां
स्थल सेना भारत की प्रतिरक्षा India’s Defense
जनरल
लेफ्टिनेंट जनरल
मेजर जनरल
ब्रिगेडियर
कर्नल
लेफ्टिनेंट कर्नल
मेजर
कैप्टन
लेफ्टिनेंट
वायु सेना
एयर चीफ मार्शल
एयर मार्शल
एयर वाइस मार्शल
एयर कमोडोर
ग्रुप कैप्टन
विंग कमांडर
स्क्वाड्रन लीडर
फ्लाइट लेफ्टिनेंट
फ्लाइंग ऑफिसर
जल सेना भारत की प्रतिरक्षा India’s Defense
एडमिरल
वाइस एडमिरल
रियर एडमिरल
कमोडोर
कैप्टन
कमांडर
लेफ्टिनेंट कमांडर
लेफ्टिनेंट
सब लेफ्टिनेंट
नोट : अंग्रेजी भारतीय सेना का निर्माण 1748 ई. में आरंभ हुआ। उस समय मेजर स्ट्रिंजर लारेंस ने मद्रास में भारतीय सैनिकों की एक छोटी टुकड़ी का निर्माण किया। इसी कारण मेजर स्ट्रिंजर लारेंस को अंग्रेजी भारतीय सेना का जनक पुकारा गया।
29. भारत के सैनिक प्रशिक्षण संस्थान भारत की प्रतिरक्षा India’s Defense
थल सेना (Army) प्रशिक्षण संस्थान
नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA)- खड़कवासला
इंडियन मिलट्री अकैडमी (IMA)- देहरादून
इन्फेंट्री स्कूल – मऊ
आर्टिलरी स्कूल – देवलाली
नेशनल डिफेंस कॉलेज – नई दिल्ली
डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज – विलिंगटन
आर्म्ड सेंटर – अहमदनगर
वायु (Air Force) सेना प्रशिक्षण संस्थान
एयरफोर्स एडमिनिस्ट्रेटिव कॉलेज – कोयंबटूर
पैराट्रूपर ट्रेनिंग स्कूल – आगरा
एयर फोर्स टेक्निकल कॉलेज – जलाहली, बेंगलुरु
एयर फोर्स अकैडमी – हैदराबाद
एलिमेंट्री फ्लाइंग स्कूल – बीदर
नौसेना (Navy) प्रशिक्षण संस्थान
आई. एस. एस. चिल्का – भुवनेश्वर
आई एन एस ‘तसिरकार्स’ – विशाखापट्टनम
आई एन एस शिवाजी – लोनावाला
आई एन एस ‘बेंदुरथी’ – कोच्चि
इंडियन नवल अकैडमी – कोच्चि
नोट : अग्निशमन सेवा के अधिकारियों का प्रशिक्षण नागपुर के राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा महाविद्यालय (1956 में स्थापित) में दिया जाता है। अग्निशमन राज्यों का मामला है।
30. भारत की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था
भारतीय प्रतिरक्षा से संबंधित कुछ प्रमुख संस्थाओं का विवरण इस प्रकार है-
01. नेशनल कैडेट कोर (NCC)
इसकी स्थापना 1948 में की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य था भारत की रक्षा के प्रति युवकों तथा युवतियों को जागरूक करना तथा उन्हें अंतिम रक्षा पंक्ति के लिए तैयार रखना। इसका आदर्श वाक्य है एकता और अनुशासन
02. प्रादेशिक सेना (Territorial Army)
इसका गठन रक्षा की द्वितीय पंक्ति के रूप में किया गया है, जिसमें 18 से 35 वर्ष की आयु के नौजवान नागरिक भर्ती किए जाते हैं। इन्हें पार्ट टाइम में सैनिक प्रशिक्षण दिया जाता है और आपात स्थिति में इस सेना को बुलाया जाता है।
03. सीमा सुरक्षा बल (Border Security Force)
इसकी स्थापना 1965 में की गई। इसका प्रमुख कार्य शत्रु-सेना की घुसपैठ तथा सीमा-उल्लंघन से अपने देश की सीमा को सुरक्षित बनाना है। इसका मुख्यालय दिल्ली में है।
04. असम राइफल्स (Assam Rifles)
पूर्वोत्तर में भारत-म्यांमार सीमा और भारत-चीन सीमा की सुरक्षा असम राइफल्स द्वारा की जाती है। देश की इस प्राचीनतम अर्धसैनिक बल की स्थापना 1835 ई. में कछार लेवी के नाम से की गई थी। यह केंद्रीय सशस्त्र बल है, जिसकी 46 बटालियन है। इसका मुख्यालय शिलांग में है। इस बल को प्यार से पूर्वोत्तर का प्रहरी और पर्वतीय लोगों का मित्र कहा जाता है।
05. राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड्स (National Security Guards)
देश में आतंकवाद की चुनौती का सामना करने के लिए 1984 में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड की स्थापना की गई। एनएसजी यूके के एसएएफ और जर्मनी के जी एस जी-9 कमांडो बलों के पैटर्न पर आधारित है। इसके दो समूह है- स्पेशल एक्शन ग्रुप (SAG) जिसमें सैन्य कर्मचारी होते हैं और स्पेशल रिजर्व ग्रुप (SRG), जिसमें राज्य पुलिस बलों के कर्मचारी होते हैं। एनएसजी कमांडो को आमतौर पर ब्लैक कैट कमांडो के नाम से जाना जाता है। इनकी ट्रेनिंग मानेसर, हरियाणा में होती है।
06. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (Central Industrial Security Force)
इसकी स्थापना 1969 में की गई। इस बल पर केंद्रीय सरकार के औद्योगिक परिसरों में काम करने वाले कारीगरों और वहां की संपत्ति को सुरक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी है। इस बल के अधिकारियों को हकीमपेट, हैदराबाद में स्थित राष्ट्रीय औद्योगिक सुरक्षा अकादमी में प्रशिक्षण दिया जाता है।
07. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (Central Reserve Police Force)
इसकी स्थापना 27 जुलाई, 1939 में की गई। इसका मुख्यालय दिल्ली में है। इसे पहले क्रॉउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस कहा जाता था। 28 दिसंबर, 1949 के बाद से इसे CRPF कहा जाने लगा। राजस्थान के माउंट आबू में सीआरपीएफ अकैडमी स्थित है। यहां इस बल के अधिकारियों को ट्रेनिंग दी जाती है। इसके अलावा नीमच (मध्य प्रदेश), कोयंबटूर (तमिलनाडु), नांदेड़ (महाराष्ट्र) में सीआरपीएफ के तीन प्रशिक्षण कॉलेज है, जहां अधीनस्थ अधिकारियों के लिए पाठ्यक्रम चलाए जाते हैं।
नोट : त्वरित कार्य बल (Rapid Action Force-RAF) सीआरपीएफ का ही भाग है, जिसकी स्थापना दंगों जैसी स्थितियों में निपटने के लिए 1992 में की गई थी।
08. सशस्त्र सीमा बल (SSB)
15 दिसंबर, 2003 से पहले तक इसका नाम स्पेशल सर्विस ब्यूरो था। इसका गठन 1963 में किया गया था। इसके गठन का मुख्य उद्देश्य 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों में विश्वास पैदा करना और देशभक्ति की भावना का विकास करना था। एसएसबी 15 जनवरी 2001 से गृह मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में है। वर्तमान में भारत-नेपाल और भारत-भूटान सीमाओं पर एसएसबी कार्यरत है। इससे पहले भारत-चीन के सीमावर्ती क्षेत्रों के अलावा राजस्थान, गुजरात, मिजोरम, नागालैंड, मणिपुर, मेघालय और सिक्किम की सीमाओं पर अपनी सेवा दे चुका है। भारत की प्रतिरक्षा India’s Defense
09. भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP)
भारत तिब्बत सीमा पुलिस का गठन चीन आक्रमण के बाद अक्टूबर, 1962 को किया गया था। इसका गठन खुफिया / सिग्नल / पायनियर / इंजीनियरिंग / चिकित्सा और छापामार की एकीकृत इकाई के रूप में किया गया था और नियंत्रण प्रारंभ में खुफिया ब्यूरो के हाथों में दिया गया था। वर्ष 1975 में इसके कार्य क्षेत्र की पुनः व्याख्या की गई जिसके तहत इन पर सीमा पार से घुसपैठ और अपराध को रोकने का उत्तरदायित्व सौंपा गया। भारत तिब्बत सीमा पुलिस का मुख्यालय नई दिल्ली में है और इसका अध्यक्ष महानिदेशक होता है। आइटीबीपी का आदर्श वाक्य शौर्य-दृढ़ता-कर्म-निष्ठा है। यह बल वर्तमान में मध्य और पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में आपदा प्रबंधन की नोडल एजेंसी का दायित्व संभालने के साथ-साथ कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों को सुरक्षा, संचार और स्वास्थ्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाता है। वर्तमान में भारत तिब्बत सीमा पुलिस में कुल 68 (जनवरी, 2017) तक बटालियन है। भारत की प्रतिरक्षा India’s Defense
भारत के सुरक्षा संगठन, उनके स्थापना वर्ष एवं मुख्यालय
01. असम राइफल्स (AR)- 1835, शिलांग
02. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF)- 1939 नई दिल्ली
03. होमगार्ड (HG)- 1946 विभिन्न राज्यों में
04. राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC)- 1948 नई दिल्ली
05. प्रादेशिक सेना (TA)- 1949 विभिन्न राज्यों में
06. भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP)- 1962 नई दिल्ली
07. सीमा सुरक्षा बल (BSF)- 1965 नई दिल्ली
08. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF)- 1969 नई दिल्ली
I am Subhash joshi. हर एक पोस्ट के पीछे मेरा सबसे बड़ा मोटिव होता है अपने Readers की life में value add करना। मैंने badisuccess.com/ kyon shuru kiya ?
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28. भारत की प्रतिरक्षा India’s Defense
भारत की रक्षा के लिए सेना का गठन किया जाता है, जिसका सर्वोच्च सेनापति भारत का राष्ट्रपति होता है, किंतु रक्षा संबंधी सारा कार्य केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा किया जाता है। रक्षा मंत्री सशस्त्र सेनाओं के प्रशासन का कार्य करता है। भारत की प्रतिरक्षा India’s Defense
भारतीय सशस्त्र सेनाओं को निम्नलिखित तीन भागों में बांटा गया है-
01. थल सेना (Army)- इसका प्रधान चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ होता है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। इसे सात कमांड में बांटा गया है, जिसका विवरण निम्न है-
पश्चिमी कमांड- चंडी मंदिर
उत्तरी कमांड – उधमपुर
मध्य कमांड – लखनऊ
पूर्वी कमांड – कोलकाता
दक्षिणी कमांड – पुणे
दक्षिण पश्चिम कमांड – जयपुर
ट्रेंनिंग कमांड – शिमला
प्रत्येक कमांड जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ के अधीन होती है।
02. जल सेना (Navy)- इसका प्रधान एडमिरल रैंक का चीफ ऑफ द नेवल स्टाफ होता है। इसका मुख्यालय दिल्ली में है। समस्त जल सेना को तीन कमांड में बांटा गया है। इसका अधिकारी एक वाइस एडमिरल होता है।
प्रत्येक कमांड का विवरण निम्न है-
पूर्वी कमांड – विशाखापट्टनम
पश्चिमी कमांड -मुंबई
दक्षिणी कमांड – कोच्चि
03. वायु सेना (Air Force)- इसका प्रधान एयर चीफ मार्शल रैंक का होता है जिसे चीफ आफ एयर स्टाफ कहा जाता है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। वायु सेना को 7 कमांड में बांटा गया है। जिसका विवरण निम्न है-
पूर्वी कमांड – शिलांग
केंद्रीय कमांड – इलाहाबाद
दक्षिण पश्चिम कमांड – गांधीनगर
मेंटेनेंस कमांड – नागपुर
पश्चिमी कमांड – नई दिल्ली
दक्षिणी कमांड – तिरुअनंतपुरम
ट्रेनिंग कमांड – बंगलुरु
भारत की प्रतिरक्षा India’s Defense
कमीशंड ऑफिसरों की पद श्रेणियां
स्थल सेना भारत की प्रतिरक्षा India’s Defense
जनरल
लेफ्टिनेंट जनरल
मेजर जनरल
ब्रिगेडियर
कर्नल
लेफ्टिनेंट कर्नल
मेजर
कैप्टन
लेफ्टिनेंट
वायु सेना
एयर चीफ मार्शल
एयर मार्शल
एयर वाइस मार्शल
एयर कमोडोर
ग्रुप कैप्टन
विंग कमांडर
स्क्वाड्रन लीडर
फ्लाइट लेफ्टिनेंट
फ्लाइंग ऑफिसर
जल सेना भारत की प्रतिरक्षा India’s Defense
एडमिरल
वाइस एडमिरल
रियर एडमिरल
कमोडोर
कैप्टन
कमांडर
लेफ्टिनेंट कमांडर
लेफ्टिनेंट
सब लेफ्टिनेंट
नोट : अंग्रेजी भारतीय सेना का निर्माण 1748 ई. में आरंभ हुआ। उस समय मेजर स्ट्रिंजर लारेंस ने मद्रास में भारतीय सैनिकों की एक छोटी टुकड़ी का निर्माण किया। इसी कारण मेजर स्ट्रिंजर लारेंस को अंग्रेजी भारतीय सेना का जनक पुकारा गया।
29. भारत के सैनिक प्रशिक्षण संस्थान भारत की प्रतिरक्षा India’s Defense
थल सेना (Army) प्रशिक्षण संस्थान
नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA)- खड़कवासला
इंडियन मिलट्री अकैडमी (IMA)- देहरादून
इन्फेंट्री स्कूल – मऊ
आर्टिलरी स्कूल – देवलाली
नेशनल डिफेंस कॉलेज – नई दिल्ली
डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज – विलिंगटन
आर्म्ड सेंटर – अहमदनगर
वायु (Air Force) सेना प्रशिक्षण संस्थान
एयरफोर्स एडमिनिस्ट्रेटिव कॉलेज – कोयंबटूर
पैराट्रूपर ट्रेनिंग स्कूल – आगरा
एयर फोर्स टेक्निकल कॉलेज – जलाहली, बेंगलुरु
एयर फोर्स अकैडमी – हैदराबाद
एलिमेंट्री फ्लाइंग स्कूल – बीदर
नौसेना (Navy) प्रशिक्षण संस्थान
आई. एस. एस. चिल्का – भुवनेश्वर
आई एन एस ‘तसिरकार्स’ – विशाखापट्टनम
आई एन एस शिवाजी – लोनावाला
आई एन एस ‘बेंदुरथी’ – कोच्चि
इंडियन नवल अकैडमी – कोच्चि
नोट : अग्निशमन सेवा के अधिकारियों का प्रशिक्षण नागपुर के राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा महाविद्यालय (1956 में स्थापित) में दिया जाता है। अग्निशमन राज्यों का मामला है।
30. भारत की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था
भारतीय प्रतिरक्षा से संबंधित कुछ प्रमुख संस्थाओं का विवरण इस प्रकार है-
01. नेशनल कैडेट कोर (NCC)
इसकी स्थापना 1948 में की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य था भारत की रक्षा के प्रति युवकों तथा युवतियों को जागरूक करना तथा उन्हें अंतिम रक्षा पंक्ति के लिए तैयार रखना। इसका आदर्श वाक्य है एकता और अनुशासन
02. प्रादेशिक सेना (Territorial Army)
इसका गठन रक्षा की द्वितीय पंक्ति के रूप में किया गया है, जिसमें 18 से 35 वर्ष की आयु के नौजवान नागरिक भर्ती किए जाते हैं। इन्हें पार्ट टाइम में सैनिक प्रशिक्षण दिया जाता है और आपात स्थिति में इस सेना को बुलाया जाता है।
03. सीमा सुरक्षा बल (Border Security Force)
इसकी स्थापना 1965 में की गई। इसका प्रमुख कार्य शत्रु-सेना की घुसपैठ तथा सीमा-उल्लंघन से अपने देश की सीमा को सुरक्षित बनाना है। इसका मुख्यालय दिल्ली में है।
04. असम राइफल्स (Assam Rifles)
पूर्वोत्तर में भारत-म्यांमार सीमा और भारत-चीन सीमा की सुरक्षा असम राइफल्स द्वारा की जाती है। देश की इस प्राचीनतम अर्धसैनिक बल की स्थापना 1835 ई. में कछार लेवी के नाम से की गई थी। यह केंद्रीय सशस्त्र बल है, जिसकी 46 बटालियन है। इसका मुख्यालय शिलांग में है। इस बल को प्यार से पूर्वोत्तर का प्रहरी और पर्वतीय लोगों का मित्र कहा जाता है।
05. राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड्स (National Security Guards)
देश में आतंकवाद की चुनौती का सामना करने के लिए 1984 में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड की स्थापना की गई। एनएसजी यूके के एसएएफ और जर्मनी के जी एस जी-9 कमांडो बलों के पैटर्न पर आधारित है। इसके दो समूह है- स्पेशल एक्शन ग्रुप (SAG) जिसमें सैन्य कर्मचारी होते हैं और स्पेशल रिजर्व ग्रुप (SRG), जिसमें राज्य पुलिस बलों के कर्मचारी होते हैं। एनएसजी कमांडो को आमतौर पर ब्लैक कैट कमांडो के नाम से जाना जाता है। इनकी ट्रेनिंग मानेसर, हरियाणा में होती है।
06. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (Central Industrial Security Force)
इसकी स्थापना 1969 में की गई। इस बल पर केंद्रीय सरकार के औद्योगिक परिसरों में काम करने वाले कारीगरों और वहां की संपत्ति को सुरक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी है। इस बल के अधिकारियों को हकीमपेट, हैदराबाद में स्थित राष्ट्रीय औद्योगिक सुरक्षा अकादमी में प्रशिक्षण दिया जाता है।
07. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (Central Reserve Police Force)
इसकी स्थापना 27 जुलाई, 1939 में की गई। इसका मुख्यालय दिल्ली में है। इसे पहले क्रॉउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस कहा जाता था। 28 दिसंबर, 1949 के बाद से इसे CRPF कहा जाने लगा। राजस्थान के माउंट आबू में सीआरपीएफ अकैडमी स्थित है। यहां इस बल के अधिकारियों को ट्रेनिंग दी जाती है। इसके अलावा नीमच (मध्य प्रदेश), कोयंबटूर (तमिलनाडु), नांदेड़ (महाराष्ट्र) में सीआरपीएफ के तीन प्रशिक्षण कॉलेज है, जहां अधीनस्थ अधिकारियों के लिए पाठ्यक्रम चलाए जाते हैं।
नोट : त्वरित कार्य बल (Rapid Action Force-RAF) सीआरपीएफ का ही भाग है, जिसकी स्थापना दंगों जैसी स्थितियों में निपटने के लिए 1992 में की गई थी।
08. सशस्त्र सीमा बल (SSB)
15 दिसंबर, 2003 से पहले तक इसका नाम स्पेशल सर्विस ब्यूरो था। इसका गठन 1963 में किया गया था। इसके गठन का मुख्य उद्देश्य 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों में विश्वास पैदा करना और देशभक्ति की भावना का विकास करना था। एसएसबी 15 जनवरी 2001 से गृह मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में है। वर्तमान में भारत-नेपाल और भारत-भूटान सीमाओं पर एसएसबी कार्यरत है। इससे पहले भारत-चीन के सीमावर्ती क्षेत्रों के अलावा राजस्थान, गुजरात, मिजोरम, नागालैंड, मणिपुर, मेघालय और सिक्किम की सीमाओं पर अपनी सेवा दे चुका है। भारत की प्रतिरक्षा India’s Defense
09. भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP)
भारत तिब्बत सीमा पुलिस का गठन चीन आक्रमण के बाद अक्टूबर, 1962 को किया गया था। इसका गठन खुफिया / सिग्नल / पायनियर / इंजीनियरिंग / चिकित्सा और छापामार की एकीकृत इकाई के रूप में किया गया था और नियंत्रण प्रारंभ में खुफिया ब्यूरो के हाथों में दिया गया था। वर्ष 1975 में इसके कार्य क्षेत्र की पुनः व्याख्या की गई जिसके तहत इन पर सीमा पार से घुसपैठ और अपराध को रोकने का उत्तरदायित्व सौंपा गया। भारत तिब्बत सीमा पुलिस का मुख्यालय नई दिल्ली में है और इसका अध्यक्ष महानिदेशक होता है। आइटीबीपी का आदर्श वाक्य शौर्य-दृढ़ता-कर्म-निष्ठा है। यह बल वर्तमान में मध्य और पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में आपदा प्रबंधन की नोडल एजेंसी का दायित्व संभालने के साथ-साथ कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों को सुरक्षा, संचार और स्वास्थ्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाता है। वर्तमान में भारत तिब्बत सीमा पुलिस में कुल 68 (जनवरी, 2017) तक बटालियन है। भारत की प्रतिरक्षा India’s Defense
भारत के सुरक्षा संगठन, उनके स्थापना वर्ष एवं मुख्यालय
01. असम राइफल्स (AR)- 1835, शिलांग
02. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF)- 1939 नई दिल्ली
03. होमगार्ड (HG)- 1946 विभिन्न राज्यों में
04. राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC)- 1948 नई दिल्ली
05. प्रादेशिक सेना (TA)- 1949 विभिन्न राज्यों में
06. भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP)- 1962 नई दिल्ली
07. सीमा सुरक्षा बल (BSF)- 1965 नई दिल्ली
08. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF)- 1969 नई दिल्ली
09. तटरक्षक बल (Coast Guard)- 1978 नई दिल्ली
10. राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG)- 1984 नई दिल्ली
11. त्वरित कार्य बल (RAF)- 1992
12. राज्य पुलिस- विभिन्न राज्यों में
भारत की प्रतिरक्षा India’s Defense
subhash
I am Subhash joshi. हर एक पोस्ट के पीछे मेरा सबसे बड़ा मोटिव होता है अपने Readers की life में value add करना। मैंने badisuccess.com/ kyon shuru kiya ? किसी ने कहा है कि यदि खुद को बड़ा बनाना है, तो औरों को बड़ा बनाना शुरू करो। यदि खुद को मदद चाहिए तो औरों की मदद करना शुरू करो और बस यही आधार बना badisuccess.com/ को शुरू करने का। MY CONTACT NO. 9753978693