महान और प्रेरणादाई व्यक्ति ऐसे ही जगत प्रसिद्ध नहीं हो जाते। उनमें कुछ तो ऐसी बात होती है जो सामान्य लोगों से उन्हें अलग बनाती है। यह विशेष बात ही उनसे वह विशेष कार्य करवाती है जो जन मानस को वर्षों तक प्रेरणा देते रहते हैं। शिवाजी राजे को कौन नहीं जानता, इतिहास भरा पड़ा है उनके साहसिक और निडर कारनामों से। आज हम उनके तीन विशेष कार्यों को देखेंगे जो आपको भी कुछ करने के लिए प्रेरणा प्रदान करेंगे। How To Become Fearless
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पहला प्रसंग- चीते का भयानक आतंक- Leopard’s terrible terror
शिवाजी के साहस के वैसे तो अनेक प्रसंग है किंतु यह कुछ विशेष है। पुणे के करीब एक गांव में एक चीते का भयानक आतंक छाया हुआ था। वह चीता अचानक से हमला करता और कभी तो गांव के बच्चों को मार देता या फिर उनके किसी जानवर को ले जाता।
जब गांव वाले उस आदमख़ोर चीते से बहुत परेशान हो गए तो उन्होंने शिवाजी तक अपना संदेश पहुंचाने का प्रबंध किया।
गांव वालों ने अपने संदेश में कहा कि है शिवाजी राजे हमें उस भयानक चीते से बचाइए। वह हमारे ना जाने कितने बच्चों को मार चुका है। ज्यादातर वह तब हमला करता है जब हम सब सो रहे होते हैं।
यह संदेश शिवाजी तक जैसे ही पहुंचा उन्होंने बगैर देर किए अपने सैनिकों के साथ उस गांव की ओर कूच किया।
गांव पहुंच कर उन्होंने ग्राम वासियों को कहा कि आप सभी अब निश्चिंत रहें। धैर्य रखें। मैं बहुत शीघ्र ही आपकी चिंता समाप्त कर दूँगा।
और शिवाजी तुरंत, अपने कुछ सैनिकों के साथ जंगल में चीते को मारने के लिए निकल पड़े। बहुत खोजने के बाद जैसे ही वह चीता सामने आया, सैनिक डर कर पीछे हट गए। किंतु शिवाजी बिना डरे उस पर टूट पड़े और पलक झपकते ही उसे मार गिराया। गाँव वाले खुश हो गए और जय शिवाजी राजे के नारे लगाने लगे। How To Become Fearless
दूसरा प्रसंग- बलात्कार का आरोप- Rape charges
शिवाजी उस समय सिर्फ 14 वर्ष के थे। एक दिन उनके सिपाही एक गांव के मुखिया को गिरफ्तार करके लाए। वह मुखिया बड़ा ही ताक़तवर व्यक्तित्व वाला था। लेकिन उसके ऊपर एक विधवा के बलात्कार का आरोप सिद्ध हो चुका था।
वह मुखिया अपनी बड़ी बड़ी घनी मूछों को शिवाजी के सामने भी अकड़ का ताव दे रहा था कि मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।
शिवाजी ने 14 वर्ष की छोटी उम्र में ही बहादुरी और निडरता के साथ अपना निर्णय सुनाया। इस जघन्य अपराध के लिए इसके दोनों हाथ और दोनों पैर काट दिए जाए। इस गंभीर अपराध के लिए इससे कम कोई सजा हो ही नहीं सकती।
सभी जानते हैं कि शिवाजी के मन में विशेषकर महिलाओं के प्रति असीम सम्मान था। शिवाजी जीवन पर्यन्त साहसिक कार्य करते रहे और गरीब, बेसहारा लोगों को हमेशा प्रेम और सम्मान प्रदान करते रहे। How To Become Fearless मां और लकड़ी का कटोरा How to Look After Our Aging Parents
तीसरा प्रसंग- सिर झुकाने को तैयार नहीं- Not ready to bow
शिवाजी के पिता शाह जी युद्ध लड़ने के लिए घर से दूर रहा करते थे और शिवाजी घर पर ही पुश्तैनी जागीर को संभालते थे। शिवाजी की निडरता और साहसिक कार्यों के बारे में शाह जी को ज्यादा जानकारी नहीं थी। शिवाजी विदेशी शासकों के बारे में क्या विचार रखते हैं इस संबंध में भी शाह जी को पता नहीं था। लेकिन जल्द ही उन्हें इसका पता चल गया।
एक दिन शाह जी अपने पुत्र को बीजापुर के सुलतान के दरबार में ले गए। शाहजी ने तीन बार झुककर सुलतान को सलाम किया और शिवाजी से भी ऐसा ही करने को कहा। लेकिन शिवाजी अपना सिर ऊपर उठाये सीधे खड़े रहे। वे विदेशी शासक के सामने किसी भी कीमत पर सिर झुकाने को तैयार नहीं हुए और शेर की तरह शान से चलते हुए दरबार से वापस चले आए। How To Become Fearless बिजनेसमैन और मछुआरा How To Think In Different Manner
यदि आपके पास हिंदी/इंग्लिश में कोई Article, Business Idea, Inspirational Story या जानकारी है जो आप दुनिया के साथ Share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ हमें इस नंबर 9753978693 पर व्हाट्सएप करें। How To Save Money and Invest पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ badisuccess.com पर पब्लिश करेंगे। मेरा ब्लॉग पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। How To Become Fearless
I am Subhash joshi. हर एक पोस्ट के पीछे मेरा सबसे बड़ा मोटिव होता है अपने Readers की life में value add करना। मैंने badisuccess.com/ kyon shuru kiya ?
किसी ने कहा है कि यदि खुद को बड़ा बनाना है, तो औरों को बड़ा बनाना शुरू करो। यदि खुद को मदद चाहिए तो औरों की मदद करना शुरू करो और बस यही आधार बना badisuccess.com/ को शुरू करने का। MY CONTACT NO. 9753978693
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महान और प्रेरणादाई व्यक्ति ऐसे ही जगत प्रसिद्ध नहीं हो जाते। उनमें कुछ तो ऐसी बात होती है जो सामान्य लोगों से उन्हें अलग बनाती है। यह विशेष बात ही उनसे वह विशेष कार्य करवाती है जो जन मानस को वर्षों तक प्रेरणा देते रहते हैं। शिवाजी राजे को कौन नहीं जानता, इतिहास भरा पड़ा है उनके साहसिक और निडर कारनामों से। आज हम उनके तीन विशेष कार्यों को देखेंगे जो आपको भी कुछ करने के लिए प्रेरणा प्रदान करेंगे। How To Become Fearless
पहला प्रसंग- चीते का भयानक आतंक- Leopard’s terrible terror
शिवाजी के साहस के वैसे तो अनेक प्रसंग है किंतु यह कुछ विशेष है। पुणे के करीब एक गांव में एक चीते का भयानक आतंक छाया हुआ था। वह चीता अचानक से हमला करता और कभी तो गांव के बच्चों को मार देता या फिर उनके किसी जानवर को ले जाता।
जब गांव वाले उस आदमख़ोर चीते से बहुत परेशान हो गए तो उन्होंने शिवाजी तक अपना संदेश पहुंचाने का प्रबंध किया।
गांव वालों ने अपने संदेश में कहा कि है शिवाजी राजे हमें उस भयानक चीते से बचाइए। वह हमारे ना जाने कितने बच्चों को मार चुका है। ज्यादातर वह तब हमला करता है जब हम सब सो रहे होते हैं।
यह संदेश शिवाजी तक जैसे ही पहुंचा उन्होंने बगैर देर किए अपने सैनिकों के साथ उस गांव की ओर कूच किया।
गांव पहुंच कर उन्होंने ग्राम वासियों को कहा कि आप सभी अब निश्चिंत रहें। धैर्य रखें। मैं बहुत शीघ्र ही आपकी चिंता समाप्त कर दूँगा।
मुनीबा मजारी-Iron Lady Of Pakistan How To Face Problem
और शिवाजी तुरंत, अपने कुछ सैनिकों के साथ जंगल में चीते को मारने के लिए निकल पड़े। बहुत खोजने के बाद जैसे ही वह चीता सामने आया, सैनिक डर कर पीछे हट गए। किंतु शिवाजी बिना डरे उस पर टूट पड़े और पलक झपकते ही उसे मार गिराया। गाँव वाले खुश हो गए और जय शिवाजी राजे के नारे लगाने लगे। How To Become Fearless
दूसरा प्रसंग- बलात्कार का आरोप- Rape charges
शिवाजी उस समय सिर्फ 14 वर्ष के थे। एक दिन उनके सिपाही एक गांव के मुखिया को गिरफ्तार करके लाए। वह मुखिया बड़ा ही ताक़तवर व्यक्तित्व वाला था। लेकिन उसके ऊपर एक विधवा के बलात्कार का आरोप सिद्ध हो चुका था।
वह मुखिया अपनी बड़ी बड़ी घनी मूछों को शिवाजी के सामने भी अकड़ का ताव दे रहा था कि मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।
शिवाजी ने 14 वर्ष की छोटी उम्र में ही बहादुरी और निडरता के साथ अपना निर्णय सुनाया। इस जघन्य अपराध के लिए इसके दोनों हाथ और दोनों पैर काट दिए जाए। इस गंभीर अपराध के लिए इससे कम कोई सजा हो ही नहीं सकती।
सभी जानते हैं कि शिवाजी के मन में विशेषकर महिलाओं के प्रति असीम सम्मान था। शिवाजी जीवन पर्यन्त साहसिक कार्य करते रहे और गरीब, बेसहारा लोगों को हमेशा प्रेम और सम्मान प्रदान करते रहे। How To Become Fearless मां और लकड़ी का कटोरा How to Look After Our Aging Parents
तीसरा प्रसंग- सिर झुकाने को तैयार नहीं- Not ready to bow
शिवाजी के पिता शाह जी युद्ध लड़ने के लिए घर से दूर रहा करते थे और शिवाजी घर पर ही पुश्तैनी जागीर को संभालते थे। शिवाजी की निडरता और साहसिक कार्यों के बारे में शाह जी को ज्यादा जानकारी नहीं थी। शिवाजी विदेशी शासकों के बारे में क्या विचार रखते हैं इस संबंध में भी शाह जी को पता नहीं था। लेकिन जल्द ही उन्हें इसका पता चल गया।
एक दिन शाह जी अपने पुत्र को बीजापुर के सुलतान के दरबार में ले गए। शाहजी ने तीन बार झुककर सुलतान को सलाम किया और शिवाजी से भी ऐसा ही करने को कहा। लेकिन शिवाजी अपना सिर ऊपर उठाये सीधे खड़े रहे। वे विदेशी शासक के सामने किसी भी कीमत पर सिर झुकाने को तैयार नहीं हुए और शेर की तरह शान से चलते हुए दरबार से वापस चले आए। How To Become Fearless बिजनेसमैन और मछुआरा How To Think In Different Manner
यदि आपके पास हिंदी/इंग्लिश में कोई Article, Business Idea, Inspirational Story या जानकारी है जो आप दुनिया के साथ Share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ हमें इस नंबर 9753978693 पर व्हाट्सएप करें। How To Save Money and Invest पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ badisuccess.com पर पब्लिश करेंगे। मेरा ब्लॉग पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। How To Become Fearless
subhash
I am Subhash joshi. हर एक पोस्ट के पीछे मेरा सबसे बड़ा मोटिव होता है अपने Readers की life में value add करना। मैंने badisuccess.com/ kyon shuru kiya ? किसी ने कहा है कि यदि खुद को बड़ा बनाना है, तो औरों को बड़ा बनाना शुरू करो। यदि खुद को मदद चाहिए तो औरों की मदद करना शुरू करो और बस यही आधार बना badisuccess.com/ को शुरू करने का। MY CONTACT NO. 9753978693