
आइंस्टीन का लाजवाब किस्सा-Albert Einstein Special Story
आपने यह कहावत तो सुनी ही होगी- जैसी संगत वैसी रंगत। मतलब हम जैसे लोगों के साथ रहते हैं, हम भी वैसे ही हो जाते हैं। इसीलिए यह भी कहा जाता है कि यदि आपकी हैसियत पता करना हो तो आप जिन लोगों के साथ रहते हो उन 5 लोगों की हैसियत का औसत ही आपकी हैसियत होगी। You are known by the company you keep. Albert Einstein Special Famous Story

तभी तो सफलता प्राप्ति के सूत्र में यह भी आता है कि आप जैसा बनना चाहते हो आप को वैसे ही लोगों के साथ रहने की कोशिश करनी चाहिए। इस कहावत को महान वैज्ञानिक आइंस्टीन के जीवन की एक घटना से बहुत आसानी से समझा जा सकता है। Albert Einstein Special Famous Story
सर आइंस्टीन जब अपनी अनेक रिसर्च के बाद प्रसिद्ध हो गए थे, तब उन्हें बहुत से स्थानों पर भाषण देने के लिए बुलाया जाता था। तब उनके साथ हमेशा उनका ड्राइवर भी रहता था।
एक दिन आइंस्टीन के ड्राइवर ने आइंस्टीन से कहा–“सर, मैंने आपके भाषण को इतनी बार सुन लिया है कि अब मैं वैसा का वैसा बोल सकता हूं। जिस आसानी से आप आपके सिद्धांतों को समझाते हैं वैसा ही मैं भी समझा सकता हूं।” इस बात पर आइंस्टीन बहुत हैरान हो गए।
एक दिन आइंस्टीन का एक कॉन्फ्रेंस में भाषण था। लेकिन उस दिन आइंस्टीन कुछ थका हुआ महसूस कर रहे थे। उनकी स्पीच देने की इच्छा नहीं थी, तभी उन्हें ड्राइवर की बात याद आई। उन्होंने ड्राइवर से कहा- “अभी हम जहां जा रहे हैं वहां के आयोजक मुझे नहीं पहचानते हैं। इसलिए आज मैं ड्राइवर बनूंगा और मेरे स्थान पर आप स्पीच दीजिएगा। ड्राइवर ने कहा ठीक है। Albert Einstein Special Famous Story
आयोजन स्थल पर पहुंचने के बाद ड्राइवर को मंच पर बैठाया गया। और कुछ देर के बाद उसने आइंस्टीन की तरह ही सापेक्षता की थ्योरी को समझाया। सभा में उपस्थित सभी लोगों ने जोर शोर से तालियां बजाई और ड्राइवर का आइंस्टीन समझ कर अभिनंदन किया।
स्पीच समाप्त होने के बाद जब सभी लोग मिलकर भोजन कर रहे थे ,एक प्रोफेसर ने ड्राइवर से पूछा – “सर, क्या आप सापेक्षता की परिभाषा को फिर से समझा सकते हैं?”
असली आइंस्टीन ने सोचा की ड्राइवर अब पकड़ा जाएगा। लेकिन वह तो आइंस्टीन का ड्राइवर था। उसका जवाब सुनकर वे हैरान रह गए।
ड्राइवर ने जवाब दिया- “यह तो बहुत ही आसान है। इसे तो मेरा ड्राइवर भी समझा सकता है। आप उसी से पूछ लीजिए।”
Moral of The Story : Albert Einstein Special Story
“यदि आप बुद्धिमान लोगों के साथ रहते हैं, तो आप भी बुद्धिमान बनेंगे और मूर्खों के साथ रहने से आपका मानसिक स्तर भी उन्हीं की भांति हो जाएगा।”
Life Coach Subhash Joshi
जीवन में कुछ खास करना चाहते हो तो आपको इस बात पर जरूर विचार करना चाहिए और जरूरत हो तो अपनी कंपनी बदलनी चाहिए। जरूरी नहीं है कि हमें महान लोगों की कंपनी प्राप्त हो जाए लेकिन आप बड़े लोगों की जीवनी पर आसानी से उनके साथ रह सकते हो। Albert Einstein Special Story
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