इस दुनिया में हर व्यक्ति प्रभावशाली व्यक्तित्व पाना चाहता है। हर व्यक्ति चाहता है कि लोग उससे प्रेम करें, उसकी बातों का अनुसरण करें। यदि आप भी ऐसा चाहते हो तो महान लोगों के द्वारा जिए गए जीवन को देखिए। उन महान नेताओं में कुछ ऐसे चारित्रिक गुणों थे, जिन्होंने उन्हें जन जन का नेता बनाया और लोगों के दिलों में जगह पैदा की। उन्हीं गुणों में से एक है समानुभूति का गुण। इस गुण को हम हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन द्वारा समझने का प्रयास करते हैं। Empathy- Mahatma Gandhi समानुभूति- महात्मा गांधी
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पूरी दुनिया में महात्मा गांधी को कौन नहीं जानता है? गांधी जहां गए लोगों के हो गए लंदन से बैरिस्टर बनकर सूटेड बूटेड गांधी अफ्रीका जाकर वही के लोगों के हो गए। फिर भारत आकर भारतीयों के हो गए। आखिर ऐसा क्या था गांधी में, जिन्हें भारतीयों ने राष्ट्रपिता का दर्जा दिया?
एक ऐसा चारित्रिक गुण जिसे हर बड़े लीडर ने अपनाया। वह है Empathy यानी समानुभूति या समान अनुभूति। किसी के दु:ख को देख कर उसके स्थान पर खुद को रख कर उसका दु:ख महसूस करना ही समानुभूति है।
गांधी का जीवन देखें तो उनकी अधिकांश तस्वीरों में वे धोती पहने नजर आते हैं। ऐसा क्यों? वे तो बैरिस्टर थे, एक दीवान के बेटे थे, वे चाहते तो एशो आराम का जीवन आसानी से व्यतीत कर सकते थे। किंतु उन्होंने इस तरह का जीवन इसलिए चुना क्योंकि वह एक सच्चे भारतीय थे। ऐसा इसलिए कि उन्होंने उन भारतीयों के जैसा जीवन जिया, जिन्हें पहनने को कपड़े तक नहीं नसीब होते थे। Empathy- Mahatma Gandhi समानुभूति- महात्मा गांधी
महात्मा गांधी ने पगड़ी पहनना बंद कर दिया था, क्योंकि उन्हें पता चला था कि वे जितने कपड़े की पगड़ी पहनते हैं, उतने कपड़े से मजदूरों की चार ड्रेस बन सकती थी। उन्होंने छाती पर चौगा पहनना छोड़ दिया था, जब उन्हें पता चला था कि किसानों को पहनने को धोती तक नसीब नहीं होती। अब यदि इतना करने पर लोगों ने उनमें विश्वास दिखाया, उनकी हर बात को सिर माथे पर लगा लिया तो क्या गलत किया। इतने पर भी गांधी ने कभी नहीं कहा कि उन्होंने लोगों के लिए कुछ किया है। Empathy- Mahatma Gandhi समानुभूति- महात्मा गांधी
गांधीजी का एक कोटेशन मुझे बहुत लुभाता है जो कि मैंने बचपन में अपनी किताबों पर पड़ा था। एक बार किसी ने उनसे पूछा था कि बापू हमारा कोई निर्णय सही है या नहीं यह हम कैसे पता कर सकते हैं? तब गांधी ने कहा था कि तुम जब भी कोई निर्णय करो उससे पहले सबसे दयनीय, सबसे गरीब व्यक्ति के बारे में सोचना कि क्या यह फैसला उसे कोई लाभ पहुंचाएगा और तुम्हारी सारी शंका दूर हो जाएगी।
Empathy अर्थात दूसरे के दुख को महसूस करना एक ऐसा गुण जिसे जीवन में उतारकर आप आपकी खुशियां कई गुना बढ़ा सकते हो आप दुनिया में कितनी भी दौलत शोहरत कमा लो यदि दूसरे का दुख महसूस करके उसे दूर करने की कोशिश ना की तो सब बेकार है।
मदर टेरेसा ने कहा था कि गरीबों को कौड़ियों को तुम्हारे धन की जरूरत नहीं है उन्हें तुम्हारे प्रेम और करुणा की जरूरत है प्रेम और करुणा ही किसी के दुख को मिटा सकते हैं यही एक ऐसा गुण है जो आप तक Unconditional Love, Unconditional Devotion को लेकर आएगा।
लोगों से सहानुभूति तो बहुत सारे लोग दिखाते हैं किंतु समानुभूति चंद् व्यक्तियों का ही चारित्रिक गुण होता है। ऐसे ही लोग महान नेता महान आत्मा बनते हैं। यदि लोगों के दिल में अपनी जगह बनानी है तो समानुभूति का उपयोग करना शुरू करें।
यदि आपके पास हिंदी/इंग्लिश में कोई Article, Business Idea, Inspirational Story या जानकारी है जो आप दुनिया के साथ Share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ हमें इस नंबर 9753978693 पर व्हाट्सएप करें। पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ badisuccess.com पर पब्लिश करेंगे। मेरा ब्लॉग पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
I am Subhash joshi. हर एक पोस्ट के पीछे मेरा सबसे बड़ा मोटिव होता है अपने Readers की life में value add करना। मैंने badisuccess.com/ kyon shuru kiya ?
किसी ने कहा है कि यदि खुद को बड़ा बनाना है, तो औरों को बड़ा बनाना शुरू करो। यदि खुद को मदद चाहिए तो औरों की मदद करना शुरू करो और बस यही आधार बना badisuccess.com/ को शुरू करने का। MY CONTACT NO. 9753978693
Empathy- Mahatma Gandhi समानुभूति- महात्मा गांधी
इस दुनिया में हर व्यक्ति प्रभावशाली व्यक्तित्व पाना चाहता है। हर व्यक्ति चाहता है कि लोग उससे प्रेम करें, उसकी बातों का अनुसरण करें। यदि आप भी ऐसा चाहते हो तो महान लोगों के द्वारा जिए गए जीवन को देखिए। उन महान नेताओं में कुछ ऐसे चारित्रिक गुणों थे, जिन्होंने उन्हें जन जन का नेता बनाया और लोगों के दिलों में जगह पैदा की। उन्हीं गुणों में से एक है समानुभूति का गुण। इस गुण को हम हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन द्वारा समझने का प्रयास करते हैं। Empathy- Mahatma Gandhi समानुभूति- महात्मा गांधी
पूरी दुनिया में महात्मा गांधी को कौन नहीं जानता है? गांधी जहां गए लोगों के हो गए लंदन से बैरिस्टर बनकर सूटेड बूटेड गांधी अफ्रीका जाकर वही के लोगों के हो गए। फिर भारत आकर भारतीयों के हो गए। आखिर ऐसा क्या था गांधी में, जिन्हें भारतीयों ने राष्ट्रपिता का दर्जा दिया?
एक ऐसा चारित्रिक गुण जिसे हर बड़े लीडर ने अपनाया। वह है Empathy यानी समानुभूति या समान अनुभूति। किसी के दु:ख को देख कर उसके स्थान पर खुद को रख कर उसका दु:ख महसूस करना ही समानुभूति है।
गांधी का जीवन देखें तो उनकी अधिकांश तस्वीरों में वे धोती पहने नजर आते हैं। ऐसा क्यों? वे तो बैरिस्टर थे, एक दीवान के बेटे थे, वे चाहते तो एशो आराम का जीवन आसानी से व्यतीत कर सकते थे। किंतु उन्होंने इस तरह का जीवन इसलिए चुना क्योंकि वह एक सच्चे भारतीय थे। ऐसा इसलिए कि उन्होंने उन भारतीयों के जैसा जीवन जिया, जिन्हें पहनने को कपड़े तक नहीं नसीब होते थे। Empathy- Mahatma Gandhi समानुभूति- महात्मा गांधी
महात्मा गांधी ने पगड़ी पहनना बंद कर दिया था, क्योंकि उन्हें पता चला था कि वे जितने कपड़े की पगड़ी पहनते हैं, उतने कपड़े से मजदूरों की चार ड्रेस बन सकती थी। उन्होंने छाती पर चौगा पहनना छोड़ दिया था, जब उन्हें पता चला था कि किसानों को पहनने को धोती तक नसीब नहीं होती। अब यदि इतना करने पर लोगों ने उनमें विश्वास दिखाया, उनकी हर बात को सिर माथे पर लगा लिया तो क्या गलत किया। इतने पर भी गांधी ने कभी नहीं कहा कि उन्होंने लोगों के लिए कुछ किया है। Empathy- Mahatma Gandhi समानुभूति- महात्मा गांधी
गांधीजी का एक कोटेशन मुझे बहुत लुभाता है जो कि मैंने बचपन में अपनी किताबों पर पड़ा था। एक बार किसी ने उनसे पूछा था कि बापू हमारा कोई निर्णय सही है या नहीं यह हम कैसे पता कर सकते हैं? तब गांधी ने कहा था कि तुम जब भी कोई निर्णय करो उससे पहले सबसे दयनीय, सबसे गरीब व्यक्ति के बारे में सोचना कि क्या यह फैसला उसे कोई लाभ पहुंचाएगा और तुम्हारी सारी शंका दूर हो जाएगी।
Empathy अर्थात दूसरे के दुख को महसूस करना एक ऐसा गुण जिसे जीवन में उतारकर आप आपकी खुशियां कई गुना बढ़ा सकते हो आप दुनिया में कितनी भी दौलत शोहरत कमा लो यदि दूसरे का दुख महसूस करके उसे दूर करने की कोशिश ना की तो सब बेकार है।
मदर टेरेसा ने कहा था कि गरीबों को कौड़ियों को तुम्हारे धन की जरूरत नहीं है उन्हें तुम्हारे प्रेम और करुणा की जरूरत है प्रेम और करुणा ही किसी के दुख को मिटा सकते हैं यही एक ऐसा गुण है जो आप तक Unconditional Love, Unconditional Devotion को लेकर आएगा।
लोगों से सहानुभूति तो बहुत सारे लोग दिखाते हैं किंतु समानुभूति चंद् व्यक्तियों का ही चारित्रिक गुण होता है। ऐसे ही लोग महान नेता महान आत्मा बनते हैं। यदि लोगों के दिल में अपनी जगह बनानी है तो समानुभूति का उपयोग करना शुरू करें।
यदि आपके पास हिंदी/इंग्लिश में कोई Article, Business Idea, Inspirational Story या जानकारी है जो आप दुनिया के साथ Share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ हमें इस नंबर 9753978693 पर व्हाट्सएप करें। पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ badisuccess.com पर पब्लिश करेंगे। मेरा ब्लॉग पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
subhash
I am Subhash joshi. हर एक पोस्ट के पीछे मेरा सबसे बड़ा मोटिव होता है अपने Readers की life में value add करना। मैंने badisuccess.com/ kyon shuru kiya ? किसी ने कहा है कि यदि खुद को बड़ा बनाना है, तो औरों को बड़ा बनाना शुरू करो। यदि खुद को मदद चाहिए तो औरों की मदद करना शुरू करो और बस यही आधार बना badisuccess.com/ को शुरू करने का। MY CONTACT NO. 9753978693