हमारे दोस्तों का चयन कैसे करें- How To Select Our Friends
सफलता और आपकी संगत में बहुत गहरा रिश्ता है। इसीलिए कहावत भी है की जैसी संगत वैसी ही रंगत अर्थात आप जिन लोगों के साथ रहोगे, आप भी धीरे-धीरे, ना चाहते हुए भी उनकी तरह ही बन जाओगे। तभी तो कहते हैं कि यदि आपको सफल होना है तो सफल लोगों के साथ रहने का प्रयास कीजिए। यदि आप सफल लोगों के साथ नहीं रहते हो तो ऑटोमेटिक ही आप असफल लोगों का साथ पकड़ लेते हो और परिणाम वही होता है कि आप एक साधारण जीवन जीते हो। How To Choose Our Friends
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हमारे जीवन पर हमारे साथ रहने वाले लोगों का कितना गहरा असर होता है, इसे जानने के लिए चलिए एक छोटी कहानी देखते हैं-
प्राचीन समय में एक विस्तृत राज्य का राजा शिकार करने के लिए अपने साथियों के साथ निकला। जंगल में चलते चलते, शिकार की तलाश में वे बहुत दूर तक निकल गए। थोड़ा आराम करने के लिए वे एक स्थान पर रुके और पानी पी रहे थे, तभी उन्हें डाकुओं के रहने का स्थान दिखाई दिया। राजा और उसके साथी सोच ही रहे थे कि क्या करें तभी पेड़ पर बैठा एक तोता जोर से चिल्लाया। How To Choose Our Friends खुश रहना कैसे सीखें How To Learn To Be Happy 06 Tips
लूटो, लूटो यहां एक राजा अपने साथियों के साथ आ गया है। इसके पास बहुत धन है। इसने बहुत सारे आभूषण पहन रखे हैं। इसे पकड़ो और लूट लो।
तोते की आवाज सुनकर सभी डाकू राजा की और दौड़ पड़े। डाकुओ को अपनी और आता देख कर राजा और उसके साथी वहां से भाग खड़े हुए। भागते-भागते वे बहुत दूर निकल आए।
अभी वे सुस्ताने के लिए रुके ही थे कि सामने के एक बड़े पेड़ पर बैठा एक दूसरा तोता बड़े प्रेम से बोला-
आओ राजन, हमारा आतिथ्य स्वीकार कीजिए। हमारे साधु महात्मा की कुटी में आपका स्वागत है। अन्दर आइये जलपान ग्रहण कीजिए और थोड़ा विश्राम कर लीजिये।
तोते की इस बात को सुनकर राजा हैरान हो गया और सोचने लगा कि एक ही जाति के दो प्राणियों का व्यवहार इतना अलग-अलग कैसे हो सकता है। राजा को कुछ समझ नहीं आ रहा था। वह तोते की बात मानकर साधु की कुटिया की ओर चला पड़ा। How To Choose Our Friends
कुटिया में पहुंचकर राजा ने साधु को प्रणाम किया और साधु के कहने पर उनके समीप बैठ गया। फिर राजा ने अपनी सारी कहानी सुनाई। फिर शांति से पूछा, हे, महात्मा इन दोनों तोतों के व्यवहार में आखिर इतना अंतर क्यों है। पढ़ाई में मन लगाने के 5 सूत्र How to Focus On Study 05 Tips
महात्मा बोले, यह कुछ नहीं राजन, बस संगति का असर है। डाकुओं के साथ रहकर वह तोता भी डाकुओं की तरह व्यवहार करने लगा है और उनकी ही भाषा बोलने लगा है। दूसरी ओर उसी का साथी तोता यहां आश्रम के समीप रहकर यहीं की भाषा बोलने लगा है। अर्थात जो जिस वातावरण में रहता है, वह वैसा ही बन जाता है।
कहने का अर्थ यह है कि मूर्ख भी विद्वानों के साथ रहकर विद्वान बन जाता है। किंतु विद्वान भी मूर्खों की संगत में रहता है तो उसके अन्दर भी मूर्खता आ जाती है। इसिलिय हमें हमारी संगति हमेशा सोच विचार चुननी चाहिए। How To Choose Our Friends 1% सफल लोग कैसे सोचते हैं How Do 1% Successful People Think
जरा अपनी संगति पर विचार कीजिए। बुरा काम करने वाले हमेशा बुरे लोगों के साथ ही रहते हैं, जबकि भलाई के काम करने वाले लोग एक साथ रहते हैं। आप किस तरह के व्यक्ति बनना चाहते हो आपको निर्णय करना है। सही समय पर सही साथी चुन लीजिए। अन्यथा गलत लोग आपको अपना मित्र बना लेंगे।
यदि आपके पास हिंदी/इंग्लिश में कोई Article, Business Idea, Inspirational Story या जानकारी है जो आप दुनिया के साथ Share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ हमें इस नंबर 9753978693 पर व्हाट्सएप करें। How To Save Money and Invest पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ badisuccess.com पर पब्लिश करेंगे। मेरा ब्लॉग पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। How To Choose Our Friends
I am Subhash joshi. हर एक पोस्ट के पीछे मेरा सबसे बड़ा मोटिव होता है अपने Readers की life में value add करना। मैंने badisuccess.com/ kyon shuru kiya ?
किसी ने कहा है कि यदि खुद को बड़ा बनाना है, तो औरों को बड़ा बनाना शुरू करो। यदि खुद को मदद चाहिए तो औरों की मदद करना शुरू करो और बस यही आधार बना badisuccess.com/ को शुरू करने का। MY CONTACT NO. 9753978693
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शल्य सारथी और कर्ण की कहानी How To Choose Our Adviser
हमारे दोस्तों का चयन कैसे करें- How To Select Our Friends
सफलता और आपकी संगत में बहुत गहरा रिश्ता है। इसीलिए कहावत भी है की जैसी संगत वैसी ही रंगत अर्थात आप जिन लोगों के साथ रहोगे, आप भी धीरे-धीरे, ना चाहते हुए भी उनकी तरह ही बन जाओगे। तभी तो कहते हैं कि यदि आपको सफल होना है तो सफल लोगों के साथ रहने का प्रयास कीजिए। यदि आप सफल लोगों के साथ नहीं रहते हो तो ऑटोमेटिक ही आप असफल लोगों का साथ पकड़ लेते हो और परिणाम वही होता है कि आप एक साधारण जीवन जीते हो। How To Choose Our Friends
हमारे जीवन पर हमारे साथ रहने वाले लोगों का कितना गहरा असर होता है, इसे जानने के लिए चलिए एक छोटी कहानी देखते हैं-
प्राचीन समय में एक विस्तृत राज्य का राजा शिकार करने के लिए अपने साथियों के साथ निकला। जंगल में चलते चलते, शिकार की तलाश में वे बहुत दूर तक निकल गए। थोड़ा आराम करने के लिए वे एक स्थान पर रुके और पानी पी रहे थे, तभी उन्हें डाकुओं के रहने का स्थान दिखाई दिया। राजा और उसके साथी सोच ही रहे थे कि क्या करें तभी पेड़ पर बैठा एक तोता जोर से चिल्लाया। How To Choose Our Friends खुश रहना कैसे सीखें How To Learn To Be Happy 06 Tips
लूटो, लूटो यहां एक राजा अपने साथियों के साथ आ गया है। इसके पास बहुत धन है। इसने बहुत सारे आभूषण पहन रखे हैं। इसे पकड़ो और लूट लो।
तोते की आवाज सुनकर सभी डाकू राजा की और दौड़ पड़े। डाकुओ को अपनी और आता देख कर राजा और उसके साथी वहां से भाग खड़े हुए। भागते-भागते वे बहुत दूर निकल आए।
अभी वे सुस्ताने के लिए रुके ही थे कि सामने के एक बड़े पेड़ पर बैठा एक दूसरा तोता बड़े प्रेम से बोला-
आओ राजन, हमारा आतिथ्य स्वीकार कीजिए। हमारे साधु महात्मा की कुटी में आपका स्वागत है। अन्दर आइये जलपान ग्रहण कीजिए और थोड़ा विश्राम कर लीजिये।
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कुटिया में पहुंचकर राजा ने साधु को प्रणाम किया और साधु के कहने पर उनके समीप बैठ गया। फिर राजा ने अपनी सारी कहानी सुनाई। फिर शांति से पूछा, हे, महात्मा इन दोनों तोतों के व्यवहार में आखिर इतना अंतर क्यों है। पढ़ाई में मन लगाने के 5 सूत्र How to Focus On Study 05 Tips
महात्मा बोले, यह कुछ नहीं राजन, बस संगति का असर है। डाकुओं के साथ रहकर वह तोता भी डाकुओं की तरह व्यवहार करने लगा है और उनकी ही भाषा बोलने लगा है। दूसरी ओर उसी का साथी तोता यहां आश्रम के समीप रहकर यहीं की भाषा बोलने लगा है। अर्थात जो जिस वातावरण में रहता है, वह वैसा ही बन जाता है।
कहने का अर्थ यह है कि मूर्ख भी विद्वानों के साथ रहकर विद्वान बन जाता है। किंतु विद्वान भी मूर्खों की संगत में रहता है तो उसके अन्दर भी मूर्खता आ जाती है। इसिलिय हमें हमारी संगति हमेशा सोच विचार चुननी चाहिए। How To Choose Our Friends 1% सफल लोग कैसे सोचते हैं How Do 1% Successful People Think
जरा अपनी संगति पर विचार कीजिए। बुरा काम करने वाले हमेशा बुरे लोगों के साथ ही रहते हैं, जबकि भलाई के काम करने वाले लोग एक साथ रहते हैं। आप किस तरह के व्यक्ति बनना चाहते हो आपको निर्णय करना है। सही समय पर सही साथी चुन लीजिए। अन्यथा गलत लोग आपको अपना मित्र बना लेंगे।
यदि आपके पास हिंदी/इंग्लिश में कोई Article, Business Idea, Inspirational Story या जानकारी है जो आप दुनिया के साथ Share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ हमें इस नंबर 9753978693 पर व्हाट्सएप करें। How To Save Money and Invest पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ badisuccess.com पर पब्लिश करेंगे। मेरा ब्लॉग पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। How To Choose Our Friends
subhash
I am Subhash joshi. हर एक पोस्ट के पीछे मेरा सबसे बड़ा मोटिव होता है अपने Readers की life में value add करना। मैंने badisuccess.com/ kyon shuru kiya ? किसी ने कहा है कि यदि खुद को बड़ा बनाना है, तो औरों को बड़ा बनाना शुरू करो। यदि खुद को मदद चाहिए तो औरों की मदद करना शुरू करो और बस यही आधार बना badisuccess.com/ को शुरू करने का। MY CONTACT NO. 9753978693