अमेरिकी फोर्ड मोटर कम्पनी के संस्थापक, हेनरी फोर्ड एक ऐसे व्यक्ति, जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन के बल पर विश्व में नाम कमाया। उन्हें Assembly Line का जनक कहा जाता है जिसके द्वारा भारी मात्रा में उत्पादन संभव हो सका। उन्होंने Automobile Industry में Revolution पैदा कर दिया। उनके बनाए मॉडल के बाद यातायात और अमेरिकी उद्योग में क्रांति आ गयी। वे एक महान Inventor भी थे। उन्हें अमेरिका के 160 से अधिक पेटेंट प्राप्त थे। फोर्ड कम्पनी के मालिक के रूप में वे संसार के सबसे धनी और प्रसिद्द व्यक्ति थे। उन्होंने अपनी अधिकांश संपत्ति Ford Foundation के नाम कर दी थी और एक ऐसी व्यवस्था बना दी कि वे स्थायी रूप से उनके ही परिवार के नियंत्रण में बनी रहे। Story of Henry Ford-Great Man
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फोर्ड को आरम्भ से ही सभी तरह के यंत्रों के प्रति कौतुहल और आकर्षण था। पिता के मना करने पर भी वे अपने पड़ोसियों और अन्य लोगों के सामान जैसे घड़ी आदि लाकर चोरी चुपके मुफ्त में Repair किया करते थे। 16 वर्ष की उम्र में वे घर छोड़कर डेट्रायट चले गए। यहाँ कई कारखानों में काम करके उन्होंने यांत्रिक विद्या का ज्ञान प्राप्त किया। 1886 में घर वापस आकर,पिता की दी हुई 80 एकड़ भूमि पर बस गए और वहीं मशीन मरम्मत करने का एक फैक्टरी खोली। 1887 में इन्होंने गैस इंजन और खेतों पर भारी काम करने वाली मशीन बनाने की एक योजना बनाई, किन्तु यंत्रों की ओर विशेष आकर्षण के कारण ये घर पर न टिक सके और फिर डेट्रायट चले आए। Story of Henry Ford-Great Man
1890 में डेट्रायट एडिसन इलेक्ट्रिक कंपनी में काम करना आरंभ किया और 1893 में पेट्रोल से चलने वाली पहली गाडी बनाई, जिसमें चार अश्वशक्ति तक उत्पन्न होती थी और जिसकी गति 25 मील प्रति घंटा थी। सन 1893 में इन्होंने दूसरी गाडी बनाना प्रारंभ किया तथा 1899 में इलेक्ट्रिक कंपनी की नौकरी छोडकर डेट्रायट automobile कंपनी की स्थापना की। फिर इस कंपनी को छोडकर ये दौड़ में भाग लेने वाली गाड़ियाँ बनाने लगे। इन गाड़ियों ने कई दौड़ों में सफलता पाई, जिससे इनका बड़ा नाम हुआ। इस प्रसिद्धि के कारण ये 1903 में फोर्ड मोटर कंपनी स्थापित करने में सफल हुए।
प्रथम वर्ष में फोर्ड मोटर कंपनी ने दो सिलिंडर तथा आठ अश्वशक्तिवाली 1,708 गाड़ियाँ बनाई। इनकी बिक्री से कंपनी को शत-प्रतिशत लाभ हुआ। दूसरे वर्ष 5,000 गाड़ियाँ बिकी। फोर्ड इस कंपनी के अध्यक्ष हो गए और अंत में अन्य हिस्सेदारों को हटाकर अपने एकमात्र पुत्र, एडसेल ब्रायंट फोर्ड, के सहित सम्पूर्ण कंपनी के मालिक हो गए। इनका उद्देश्य हल्की, तीव्रगामी, दृढ़ किन्तु सस्ती मोटर गाड़ियों का निर्माण करना था। इसमें सफलता प्राप्त करने के लिए इन्होंने मशीन के अंगों के मानकीकरण, व्यापक बिक्री तथा ऊँची मजदूरी देने के सिद्धांतों को अपनाया। इन्होंने खेती के लिए ट्रेक्टर भी बनाए, सन 1924 तक इनकी कंपनी ने 20 लाख गाड़ियाँ, ट्रक और ट्रैक्टर बनाए थे। और सन 1931 तक इनके सब कारखानों में निर्मित गाड़ियों की संख्या दो करोड़ तक पहुँच गई। Story of Henry Ford-Great Man
इनकी गणना संसार के सर्वप्रधान धनपतियों में थी। इन्होंने डिअरबोर्न में एक औद्योगिक संग्रहालय तथा एडिसन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की स्थापना की। मृत्यु के पूर्व इन्होंने अपनी संपति का अधिकांश अपने नाम पर स्थापित जनहितैषी संस्था को दे दिया. यह संस्था संसार की लोकोपकारक संस्थाओं में सबसे धनी है.यदि आपके पास हिंदी/इंग्लिश में कोई Article, Business Idea, Inspirational Story या जानकारी है जो आप दुनिया के साथ Share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ हमें इस नंबर 9753978693 पर व्हाट्सएप करें। पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ badisuccess.com पर पब्लिश करेंगे। मेरा ब्लॉग पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
I am Subhash joshi. हर एक पोस्ट के पीछे मेरा सबसे बड़ा मोटिव होता है अपने Readers की life में value add करना। मैंने badisuccess.com/ kyon shuru kiya ?
किसी ने कहा है कि यदि खुद को बड़ा बनाना है, तो औरों को बड़ा बनाना शुरू करो। यदि खुद को मदद चाहिए तो औरों की मदद करना शुरू करो और बस यही आधार बना badisuccess.com/ को शुरू करने का। MY CONTACT NO. 9753978693
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Story of Henry Ford-Great Man
अमेरिकी फोर्ड मोटर कम्पनी के संस्थापक, हेनरी फोर्ड एक ऐसे व्यक्ति, जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन के बल पर विश्व में नाम कमाया। उन्हें Assembly Line का जनक कहा जाता है जिसके द्वारा भारी मात्रा में उत्पादन संभव हो सका। उन्होंने Automobile Industry में Revolution पैदा कर दिया। उनके बनाए मॉडल के बाद यातायात और अमेरिकी उद्योग में क्रांति आ गयी। वे एक महान Inventor भी थे। उन्हें अमेरिका के 160 से अधिक पेटेंट प्राप्त थे। फोर्ड कम्पनी के मालिक के रूप में वे संसार के सबसे धनी और प्रसिद्द व्यक्ति थे। उन्होंने अपनी अधिकांश संपत्ति Ford Foundation के नाम कर दी थी और एक ऐसी व्यवस्था बना दी कि वे स्थायी रूप से उनके ही परिवार के नियंत्रण में बनी रहे। Story of Henry Ford-Great Man
फोर्ड को आरम्भ से ही सभी तरह के यंत्रों के प्रति कौतुहल और आकर्षण था। पिता के मना करने पर भी वे अपने पड़ोसियों और अन्य लोगों के सामान जैसे घड़ी आदि लाकर चोरी चुपके मुफ्त में Repair किया करते थे। 16 वर्ष की उम्र में वे घर छोड़कर डेट्रायट चले गए। यहाँ कई कारखानों में काम करके उन्होंने यांत्रिक विद्या का ज्ञान प्राप्त किया। 1886 में घर वापस आकर,पिता की दी हुई 80 एकड़ भूमि पर बस गए और वहीं मशीन मरम्मत करने का एक फैक्टरी खोली। 1887 में इन्होंने गैस इंजन और खेतों पर भारी काम करने वाली मशीन बनाने की एक योजना बनाई, किन्तु यंत्रों की ओर विशेष आकर्षण के कारण ये घर पर न टिक सके और फिर डेट्रायट चले आए। Story of Henry Ford-Great Man
1890 में डेट्रायट एडिसन इलेक्ट्रिक कंपनी में काम करना आरंभ किया और 1893 में पेट्रोल से चलने वाली पहली गाडी बनाई, जिसमें चार अश्वशक्ति तक उत्पन्न होती थी और जिसकी गति 25 मील प्रति घंटा थी। सन 1893 में इन्होंने दूसरी गाडी बनाना प्रारंभ किया तथा 1899 में इलेक्ट्रिक कंपनी की नौकरी छोडकर डेट्रायट automobile कंपनी की स्थापना की। फिर इस कंपनी को छोडकर ये दौड़ में भाग लेने वाली गाड़ियाँ बनाने लगे। इन गाड़ियों ने कई दौड़ों में सफलता पाई, जिससे इनका बड़ा नाम हुआ। इस प्रसिद्धि के कारण ये 1903 में फोर्ड मोटर कंपनी स्थापित करने में सफल हुए।
प्रथम वर्ष में फोर्ड मोटर कंपनी ने दो सिलिंडर तथा आठ अश्वशक्तिवाली 1,708 गाड़ियाँ बनाई। इनकी बिक्री से कंपनी को शत-प्रतिशत लाभ हुआ। दूसरे वर्ष 5,000 गाड़ियाँ बिकी। फोर्ड इस कंपनी के अध्यक्ष हो गए और अंत में अन्य हिस्सेदारों को हटाकर अपने एकमात्र पुत्र, एडसेल ब्रायंट फोर्ड, के सहित सम्पूर्ण कंपनी के मालिक हो गए। इनका उद्देश्य हल्की, तीव्रगामी, दृढ़ किन्तु सस्ती मोटर गाड़ियों का निर्माण करना था। इसमें सफलता प्राप्त करने के लिए इन्होंने मशीन के अंगों के मानकीकरण, व्यापक बिक्री तथा ऊँची मजदूरी देने के सिद्धांतों को अपनाया। इन्होंने खेती के लिए ट्रेक्टर भी बनाए, सन 1924 तक इनकी कंपनी ने 20 लाख गाड़ियाँ, ट्रक और ट्रैक्टर बनाए थे। और सन 1931 तक इनके सब कारखानों में निर्मित गाड़ियों की संख्या दो करोड़ तक पहुँच गई। Story of Henry Ford-Great Man
इनकी गणना संसार के सर्वप्रधान धनपतियों में थी। इन्होंने डिअरबोर्न में एक औद्योगिक संग्रहालय तथा एडिसन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की स्थापना की। मृत्यु के पूर्व इन्होंने अपनी संपति का अधिकांश अपने नाम पर स्थापित जनहितैषी संस्था को दे दिया. यह संस्था संसार की लोकोपकारक संस्थाओं में सबसे धनी है.यदि आपके पास हिंदी/इंग्लिश में कोई Article, Business Idea, Inspirational Story या जानकारी है जो आप दुनिया के साथ Share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ हमें इस नंबर 9753978693 पर व्हाट्सएप करें। पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ badisuccess.com पर पब्लिश करेंगे। मेरा ब्लॉग पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
subhash
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